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छात्र-छात्राएं अपनी तकनीकी दक्षता बढ़ाएंः दीपक कुमार
संस्कृति यूनिवर्सिटी में हुए सेमिनार में विशेषज्ञों ने साझा किए अनुभव
मथुरा। आज तकनीकी परिवर्तन का दौर है, ऐसे में युवा पीढ़ी तकनीकी दक्षता बढ़ाकर ही अपना और अपने देश का भला कर सकती है। भारत युवाओं का देश है लेकिन विश्व में तेजी से हो रहे परिवर्तनों के साथ वह तारतम्य नहीं बिठा पा रही है, यही वजह है कि भारत बेरोजगारी से जूझ रहा है। बच्चों इस समस्या का समाधान आपके हाथों में है। हम स्वयं को गतिशील बनाते हुए दुनिया में हो रहे परिवर्तनों को आत्मसात कर अपने सपनों को साकार कर सकते हैं उक्त उद्गार संस्कृति यूनिवर्सिटी के विद्युत अभियांत्रिकी विभाग द्वारा आयोजित सेमिनार में एन.एस.डी.सी. (नेशनल स्किल डेवलपमेंट कार्पोरेशन) की सहयोगी संस्था प्रोलीफिक सिस्टम नोएडा के तकनीकी विशेषज्ञ दीपक कुमार ने छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए।
प्रोलीफिक सिस्टम नोएडा के दीपक कुमार ने कहा कि आज उच्च शिक्षा के क्षेत्र में विश्व मांग के अनुसार पाठ्यक्रम में बदलाव करने के साथ दुनिया में हो रहे तकनीकी परिवर्तनों से भी युवा पीढ़ी को रू-ब-रू कराया जाना जरूरी है। आने वाले समय में किस तरह के कौशल की मांग सबसे अधिक होगी, इस बात से हमारी युवा पीढ़ी यदि अवगत हो जाए तो भारत के युवाओं को रोजगार के सबसे अधिक अवसर मिलेंगे। दीपक कुमार ने विद्यार्थियों को बताया कि एन.एस.डी.सी. (नेशनल स्किल डेवलपमेंट कार्पोरेशन) की सहयोगी संस्था प्रोलीफिक सिस्टम नोएडा देश के 23 अन्य शहरों में भी युवा पीढ़ी को कौशल विकास के क्षेत्र में जागरूक कर रही है। उन्होंने पी.एल.सी. और एस.सी.ए.डी.ए. पर विस्तार से छात्र-छात्राओं को न सिर्फ समझाया बल्कि हार्डवेयर की मदद से इस प्रणाली का प्रयोगात्मक अनुप्रयोग भी बताया।
इस अवसर पर कुलपति डा. राणा सिंह ने छात्र-छात्राओं को बताया कि बिना नवीन तकनीक में प्रवीणता हासिल किए करियर को उच्च मुकाम तक ले जाना सम्भव नहीं है। इस समय राष्ट्रीय कौशल विकास निगम युवा पीढ़ी को भिन्न-भिन्न क्षेत्रों में तकनीकी रूप से सक्षम बनाने का प्रयास कर रहा है। इससे युवा पीढ़ी को प्रत्येक सेक्टर की क्षमता को समझने में मदद मिलेगी। कुलपति डा. सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय कौशल विकास का मुख्य उद्देश्य देश की युवा पीढ़ी को संगठित कर तथा उसके कौशल को निखार कर उसकी योग्यता अनुसार रोजगार मुहैया कराया जाना है।
डीन इंजीनियरिंग डा. कल्याण कुमार ने कहा कि राष्ट्रीय कौशल विकास के माध्यम से युवा पीढ़ी को विश्व प्रतिस्पर्धी बनाया जाना समय की मांग है। विभागाध्यक्ष विनय आनन्द ने भी दुनिया में हो रहे तकनीकी परिवर्तनों से छात्र-छात्राओं को अवगत कराया। इस अवसर पर विभाग के सहयोगी शिक्षक लक्ष्मी, ऋषि सिक्का और हिमांशु कटारा ने भी विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का संचालन मीनू कुमारी और दिव्या कुमारी ने किया।